नैनीताल के बल्दीयाखान से 4 किलोमीटर दूर सौलिया और तल्लाकुण गांव जिला प्रशासन की टीम पहुंची।
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल। बल्दीयाखान से लगे गांव में सड़क व अन्य विकास कार्य नहीं होने से नाराज़ ग्रामीणों का चुनाव बहिष्कार, प्रशासन के आश्वाशन के बाद वापस लिया।एस.डी.एम.और ए.एक्स.एन.निर्माण खण्ड अपनी टीम समेत गांव पहुंचे।
नैनीताल के सौलिया और तल्ला कुण के ग्रामीणों ने “रोड नहीं तो वोट नहीं” का नारा लिया वापस। चार किलोमीटर सड़क नहीं होने से मुश्किलों भरी मंजिल तक पहुंचते हैं।
मुसीबत की इस खबर के बाद एस.डी.एम. नवाजिश खलिक बुधवार को अपनी टीम के साथ पहुंचे गांव। समस्या सुन मांगा 3 माह का समय। देखना अब ये होगा कि 3 माह बाद, प्रशासन गांव वालों के आँसू पोछ पायेगा या नहीं ?
नैनीताल से महज 10 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग में बल्दीयाखान से घने जंगलों के पार पखडण्डी से होते हुए तीन किलोमीटर दूर बसे सौलिया और तल्ला कुण गांव के ग्रामीणों ने सड़क, पुल, विद्युत पोल, आपदा मुआवजे व अन्य को लेकर आगामी पंचायती राज चुनावों का बहिष्कार किया था।
जिलाधिकारी के संज्ञान में आते ही उन्होंने एस.डी.एम.नवाज़िश खलिक, ए.एक्स.एन.निर्माण खंड रत्नेश सक्सेना, ए.ई. जल संस्थान डी.एस.बिष्ट, ए.ई.सिंचाई मनमोहन सिंह बिष्ट व अन्य संबंधित अधिकारियों की टीम बनाकर आज गांव का दौरा कराया।
ग्रामीणों ने एस.डी.एम.को अपनी समस्याएं और लंबे समय से चली आ रही मांग के बारे में बताया। एस.डी.एम.ने उन्हें आश्वासन दिया कि तीन माह तक चुनावी आचार संहिता और बरसात के मौसम तक उन्हें राहत दें, इसके बाद फारेस्ट की अनापत्ति के बाद तत्काल सड़क मार्ग का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
जिलाधिकारी वंदना सिंह के आश्वासन के बाद ग्रामीण मान गए और उन्होंने चुनाव बहिष्कार का निर्णय वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि अगर आश्वासन के अनुसार तीन माह बाद काम शुरु नहीं हुआ तो वो आंदोलन की राह सड़क में उतरने को मजबूर होंगे।
पैदल चलकर जल संस्थान, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग, निर्माण खण्ड, विद्युत विभाग, ए.डी.बी.आदि के अधिकारी गांव पहुंचे और खुद वहां के हाल जाने।
आंदोलनरत ग्रामीण किरन, ज्योति बिष्ट, लक्षिता, मनराल व अन्य ने अपनी समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने आश्वासन को मान लिया है और प्रशासन पर काम करने का विश्वास जताया है। ये भी कहा कि अगर प्रशासन अपने वादे से मुकरा तो वो आंदोलन करेंगे।
एस.डी.एम.नवाज़िश ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याएं जायज हैं और उन्होंने मौके पर घने जंगलों से होते हुए 4 किलोमीटर की पैदल टेडे मेडे रास्तों से चलकर गांव की हालत देखी इसे देखा भी है।
वो इस मामले को उच्चाधिकारियों के सामने रखेंगे और तीन माह की सीमा के साथ ही काम शुरू करवाने का प्रयास करेंगे।

