रानीखेत। राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ रानीखेत महाविद्यालय द्वारा उत्तराखंड स्थापना दिवस का आयोजन किया गया ।
इस उपलक्ष्य में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ के छात्र-छात्राओं द्वारा महाविद्यालय में श्रमदान किया गया जिसमें महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया तत्पश्चात स्थापना दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर प्राचार्य प्रो. पुष्पेश पाण्डेय द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में कुछ दिवस पूर्व मरचुला अल्मोड़ा में बस दुर्घटना में दिवंगत जनों की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन धारण किया गया । महाविद्यालय की छात्र-छात्राओं द्वारा उत्तराखंड की संस्कृति, समाज, खानपान, वेशभूषा एवं उत्तराखंड प्रदेश के समक्ष पलायन एवं बेरोजगारी संबंधित समस्याओं एवं उनके समाधान पर कविता, गीत एवं भाषण के माध्यम से अपने विचार प्रस्तुत किए गए ।
उक्त स्थापना दिवस कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. पुष्पेश पांडे महोदय ने उत्तराखंड की संस्कृति एवं समाज की प्रगति एवं विकास हेतु शिक्षा एवं सांस्कृतिक नैतिकता के विकास पर अपने विचार प्रस्तुत किए । महाविद्यालय के प्राध्यापक वर्ग में डॉक्टर निर्मला जोशी विभाग प्रभारी हिंदी विभाग ने अपने विचार प्रस्तुत किए ।
उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से उत्तराखंड के सभी जिलों की विशेषताओं उनके संस्कृति एवं सभ्यता को सुंदर पंक्तियां में प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग से डॉ. बरखा रौतेला, इतिहास विभाग से डॉ. दीपा पांडे अर्थशास्त्र विभाग से डॉ . पारुल भारद्वाज , अंग्रेजी विभाग से डॉ. निधि पांडेय रसायन विज्ञान से डॉ. प्रसून जोशी , इतिहास विभाग से डॉ. महिराज मेहरा, समाजशास्त्र विभाग से डॉ. सत्यामित्र, वनस्पति विभाग से प्रो. प्राची जोशी जंतु विज्ञान से डॉ. अपूर्वा जोशी भौतिक विज्ञान से डॉ. किरण पंत एवं अन्य ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई ।
कार्यक्रम का संचालन स्नातक प्रथम सत्र की छात्र पारस अधिकारी द्वारा किया गया । मानसी एवं नम्रता ने अपने भाषण एवं कविता से उत्तराखंड की सभ्यता एवं संस्कृति की छवि को उजागर किया ।
इस कार्यक्रम पर महाविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा पर चढ़कर प्रतिपादित किया गया । प्राथमिक एवं प्राचार्य वर्ग ने सभी का उत्साह वर्धन किया।
उत्तराखण्ड स्थापना दिवस का सफल आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रेखा भट्ट, तथा डॉ. बबीता कांडपाल के संरक्षण में किया गया इस कार्यक्रम के लिए प्राचार्य प्रो. पुष्पेश पाण्डेय ने कार्यक्रम अधिकारी को बधाई दी।