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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में राज्य में डेमोग्राफिक बदलावों को लेकर चिंता जताते हुए एक व्यापक वेरिफिकेशन ड्राइव शुरू करने की घोषणा की थी।

मुख्यमंत्री ने इस पहल का उद्देश्य राज्य में विभिन्न प्रदेशों से आकर निवास करने वाले लोगों की पहचान करना और उनकी उचित जांच करना बताया।

इस ड्राइव को विशेष रूप से मैदानी इलाकों में संचालित करने पर जोर दिया गया, ताकि अवैध निवास और अपराध की गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सके. उसी क्रम में देहरादून शहर में वेरिफिकेशन ड्राइव की शुरुआत की गई।

सबसे पहले इस अभियान की शुरुआत पलटन बाजार से की गई, जो शहर के सबसे व्यस्त और प्रमुख बाजारों में से एक है।

देहरादून पुलिस ने इस क्षेत्र में एक सघन चेकिंग अभियान चलाया, जिसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि अन्य राज्यों से आए शहर में रह रहे लोग सही तरीके से रजिस्टर्ड हैं और किसी भी अवैध गतिविधि में संलिप्त नहीं हैं।

इस ड्राइव के दौरान, पुलिस ने लगभग 200 के आस पास संदिग्ध लोगों को पकड़ा ये लोग बिना किसी वैध रजिस्ट्रेशन या वेरिफिकेशन के देहरादून में निवास कर रहे थे. पुलिस ने इन लोगों की पहचान और स्थिति की जांच की और सुनिश्चित किया कि वे कानून के दायरे में हैं या नहीं।

देहरादून के एसएसपी,अजय सिंह ने इस ड्राइव की सफलता के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “हमारे लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि शहर में सभी निवासियों का वेरिफिकेशन किया जाए, खासकर उन लोगों का जो अन्य प्रदेशों से आकर यहाँ बस गए हैं।

पलटन बाजार में चलाए गए इस अभियान के दौरान लगभग 200 के आस पास संदिग्ध लोगों को पकड़ा गया है, जिनका अब वेरिफिकेशन किया जा रहा है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी लोग सही तरीके से रजिस्टर्ड हैं और उनकी गतिविधियों की जांच की जा रही है।

वेरिफिकेशन ड्राइव का महत्व और भविष्य की योजनाएं
इस वेरिफिकेशन ड्राइव का महत्व केवल अवैध निवासियों की पहचान तक सीमित नहीं है. यह ड्राइव राज्य की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

प्रदेशभर में इस तरह की ड्राइव चलाने से अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस ड्राइव की सराहना की और बताया कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड के अन्य प्रमुख शहरों और क्षेत्रों में भी इसी प्रकार की वेरिफिकेशन ड्राइव चलाने की योजना बनाई जा रही है।

इस पहल का उद्देश्य राज्य की सुरक्षा को बढ़ाना और किसी भी अवैध गतिविधि को समय पर रोकना है सीएम धामी ने कहा, ‘हमारी सरकार की प्राथमिकता राज्य की सुरक्षा और विकास है। वेरिफिकेशन ड्राइव इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण पहल
उत्तराखंड में वेरिफिकेशन ड्राइव की शुरुआत एक सकारात्मक और सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण पहल है. देहरादून में पलटन बाजार में शुरू किए गए इस अभियान ने 200 के आस पास संदिग्ध लोगों की पहचान कर उन्हें सही तरीके से रजिस्टर्ड करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, यह ड्राइव न केवल अवैध तरीके से उत्तराखंड में रह रहे लोगों की पहचान करेगी, बल्कि स्थानीय सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को भी मजबूत करेगी।

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