
रानीखेत। खैरना-रानीखेत स्टेट हाईवे स्थित पातली बाजार में देशी शराब की दुकान खोलने की तैयारी से क्षेत्र के लोगों का गुस्सा फूट गया। उन्होंने सड़क पर उतर कर स्टेट हाईवे पर धरना-प्रदर्शन कर जबर्दस्त विरोध जताया।
दो टूक चेतावनी भी दी कि अगर जबरन मदिरा की दुकान खोली तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
दरअसल, टेंडर जारी होने से क्षेत्रवासियों को पातली में देशी मदिरा की दुकान खोले जाने की भनक लगी। बीती शनिवार शाम विभिन्न संगठनों के लोग, स्थानीय महिलाएं और पुरुष सड़क पर उतर आए। उन्होंने सड़क किनारे सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया।
आरोप लगाया कि आबकारी विभाग छोटे से कस्बे में शराब की दुकान खोलकर यहां के शांत वातावरण को खत्म करने और गांवों को नशे की ओर धकेलने की साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा कि करीब ही जीआईसी भुजान, जीआईसी खैरना के बच्चे इसी रास्ते से गुजरते हैं, ऐसे में बच्चों पर नशे का दुष्प्रभाव पड़ने की आशंका है।
पातली में स्वीकृत शराब की दुकान को निरस्त करने की पुरजोर मांग उठाई और चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द शराब की दुकान निरस्त नहीं की, तो आंदोलन उग्र रूप लेगा।
इसके बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट को संबोधित ज्ञापन क्षेत्र के राजस्व उप निरीक्षक को सौंपा और जनभावनाओं का सम्मान करने का अनुरोध किया।
धरना स्थल पर विधायक डाॅ. प्रमोद नैनवाल भी पहुंचे और उन्होंने मांग को जायज ठहराते हुए आश्वासन दिया कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों से बात की जाएगी।
विरोध कार्यक्रम में भाजपा किसान मोर्चा के दिलीप बोहरा, व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी और सुनील महरा आदि ने भी आंदोलन का समर्थन किया। प्रदर्शन में पूरन सिंह, प्रेम सिंह, बहादुर सिंह, भूपाल सिंह, मोहित नेगी, गणेश सिंह नेगी, हरीश सिंह आदि आदि तमाम लोग मौजूद रहे।