25 साल बाद पकड़ा गया सीरियल किलर, कैब ड्राइवरों को मारकर लाश को खाई में करता था दफन
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। लगभग 25 साल से फरार चल रहा एक खूंखार सीरियल किलर अब पुलिस के शिकंजे में आ गया है। यह अपराधी कैब ड्राइवरों को अपना शिकार बनाता था और उनकी हत्या कर और शवों को उत्तराखंड की पहाड़ियों में गहरी खाई में फेंक देता था।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अजय लांबा उर्फ बंसी के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, अजय और उसके तीन साथियों ने मिलकर अब तक चार कैब ड्राइवरों की हत्या करना कबूल किया है।
हालांकि, शक है कि यह गैंग कई अन्य गुमशुदा कैब ड्राइवरों की हत्याओं में भी शामिल हो सकता है।
अजय और उसके साथी पहले किराये पर टैक्सी बुक करते थे और ड्राइवर को सुनसान पहाड़ी इलाकों ज्यादातर उत्तराखंड के जंगलों और घाटियों में ले जाते थे। वहां ले जाकर पहले वह ड्राइवर को करते थे और फिर उसका गला दबाकर हत्या कर देते। इसके बाद शव को गहरी खाई में फेंक कर गाड़ी को नेपाल में बेच देते थे, ताकि किसी को शक न हो।
25 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा
अजय लांबा साल 2001 से फरार था। दिल्ली, उत्तराखंड और यूपी में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। वह दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके का रहने वाला है और 1976 में पैदा हुआ था। उसने कम उम्र में ही पढ़ाई छोड़ दी और अपराध की दुनिया में कदम रख दिया।
विकासपुरी थाने में वह पहले बंसी के नाम से जाना जाता था। 1996 में नाम बदलकर अजय लांबा बन गया और बरेली में जाकर रहने लगा। 1999 से 2001 के बीच वह दिल्ली के न्यू अशोक नगर और उत्तराखंड के हल्द्वानी, अल्मोड़ा और चंपावत में दर्ज हत्या डकैती के मामलों में वांटेड था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अजय के खिलाफ चोरी, अवैध हथियार रखने जैसे 1990 से पहले के भी कई केस दर्ज हैं। उसके पुराने गिरोह ने न जाने कितनी जिंदगियां छीन लीं और अब पुलिस को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी से कई पुराने अनसुलझे मामलों का भी राज़ खुल सकता है।
दिल्ली पुलिस इस गिरफ्तारी को क्राइम ब्रांच की एक बड़ी सफलता मान रही है। पूछताछ जारी है और अब अजय के साथियों की तलाश भी तेज कर दी गई है।

