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हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी हरीश पनेरु के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन के आठवें दिन कल के उग्र आंदोलन की चेतावनी के बाद आज पुलिस प्रशासन ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

लेकिन वह मात्र ध्यान भटकाने जैसा है पनेरु ने कहा कि किसी हालत छः दिन के अन्दर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो समस्त साथियों के साथ देहरादून डी जी पी कार्यालय आन्दोलन करने को बाध्य होंगे।

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जिसकी जिम्मेदारी जिला पुलिस प्रशासन की होगी जांच के नाम से आन्दोलन भटकाने की साज़िश से अच्छा दोषियों पर कार्रवाई हो।

भारी पुलिस बल तैनात कर पुलिस ने ग्रामीण जनता को डराने-धमकाने काम हो रहा है जिसको किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

ग्रामीण जनता की आवाज दबाने के लिए पुलिस प्रशासन का उपयोग हो रहा है।

राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए व दलालों को खुश करने काम हो रहा है ओखलकांडा विकासखंड के अपमानित नहीं होने दिया जाएगा।

ओखलकांडा का इतिहास बीरों और बुद्धिजीवियों का है यह नही भूलना चाहिए।

आज कार्यक्रम को संबोधित करने वाले लोगों में भुवन जोशी उत्तराखंड राज्य आन्दोलन कारी, दीपक रूवाली, सुशील भट्ट, महेंद्र धोनी, के डी रूवाली, रश्मि लमगड़िया, कविता बोरा, हरीश रावत पहाड़ी आर्मी, दीपक मेवाड़ी, गणेश राम, सुरेश चंद्र, के डी रूवाली, संजय पलड़िया,हिमांशु पलड़िया, राधिका देवी, नवीन कैड़ा, त्रिलोचन बेलवाल, करन बोरा, नरेन्द्र बर्गली, तिल राम, पी सी शर्मा, जगदीश परगांई, खीमानंद रुवाली, हरपाल सिंह, मदन गौनिया, भुवन पनेरू, गोपाल सिंह,   संजय परगांई, गिरीश परगांई, दीपक सनवाल, बची सिंह, तेज सिंह बिष्ट, कृष्ण राम, सैकड़ों ग्रामीण क्षेत्र की जनता मौजूद रही।  

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