“राजकीय पी.जी. कॉलेज रानीखेत बना खेल प्रतिभाओं की पाठशाला: शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रयासों से छात्र – छात्राओं में दिखा जोश और अनुशासन”
रिपोर्टर बलवंत सिंह रावत
रानीखेत। स्वर्गीय श्री जय दत्त वैला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रानीखेत, अल्मोड़ा के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु खेल गतिविधियों को प्राथमिकता देते हुए प्रतिदिन नियमित रूप से प्रशिक्षण एवं अभ्यास सत्रों का आयोजन किया जा रहा है।
खेल केवल एक प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि यह एक जीवनशैली है। नियमित खेल अभ्यास विद्यार्थियों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक संतुलन, अनुशासन, टीम भावना एवं आत्म-विश्वास को भी मजबूती प्रदान करता है। इसके माध्यम से युवा पीढ़ी को नशे, तनाव, और अन्य सामाजिक व मानसिक बुराइयों से दूर रखने में भी अभूतपूर्व सफलता मिल रही है।
इन प्रशिक्षण सत्रों में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को बैडमिंटन, टेबल टेनिस, शतरंज और कैरम जैसे प्रमुख इनडोर खेलों में निपुण बनाया जा रहा है। जिसमें महाविद्यालय के कला, वाणिज्य, विज्ञान, शिक्षा, एवं शोध छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
इन खेलों में बालक एवं बालिका वर्ग दोनों के लिए समुचित प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। अभ्यास सत्र प्रत्येक दिन सुव्यवस्थित रूप से आयोजित किए जाते हैं, जिनमें विद्यार्थियों की सहभागिता उत्साहजनक रूप से बढ़ रही है।
शारीरिक शिक्षा विभाग का यह निरंतर प्रयास पिछले कई वर्षों से जारी है, जिसका प्रत्यक्ष लाभ महाविद्यालय के विद्यार्थियों को एसएसजेयू अल्मोड़ा अंतर-महाविद्यालयीय खेल प्रतियोगिताओं, उत्तर क्षेत्रीय विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं, तथा अखिल भारतीय विश्वविद्यालय खेल प्रतियोगिताओं में मिल रहा है।
इन प्रतियोगिताओं में छात्रों की भागीदारी और प्रदर्शन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे महाविद्यालय का नाम पूरे राज्य एवं विश्वविद्यालय स्तर पर गौरवान्वित हो रहा है।विभाग की अध्यक्ष डॉ. रुचि शाह, जो वर्ष 2017 में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग परीक्षा के माध्यम से सहायक प्रोफेसर (शारीरिक शिक्षा) पद पर चयनित हुई थीं।
जुलाई 2019 से इस महाविद्यालय में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं। वे खेल एवं शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में गहन अनुभव, समर्पण एवं नेतृत्व क्षमता के साथ कार्यरत हैं। उनके सतत प्रयासों के फलस्वरूप महाविद्यालय में खेलों के प्रति विद्यार्थियों की रुचि और प्रतिबद्धता उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है।
इन प्रयासों की सफलता में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. पुष्पेश पांडे का मार्गदर्शन और निरंतर समर्थन अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उनके प्रोत्साहन से महाविद्यालय परिसर में एक सकारात्मक, ऊर्जावान एवं प्रेरणादायक वातावरण का निर्माण हुआ है, जिससे विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों एवं आत्म-विकास की भावना भी उत्पन्न हो रही है।
इस प्रकार, शारीरिक शिक्षा विभाग न केवल खेल क्षेत्र में विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखार रहा है, बल्कि उनके समग्र व्यक्तित्व विकास में भी अहम भूमिका निभा रहा है।












