पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु के नेतृत्व में भीमताल से आए ग्रामीणों ने पेयजल निगम के कार्यालय में किया धरना प्रदर्शन
हल्द्वानी। पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु के नेतृत्व में भीमताल से आए ग्रामीणों ने पेयजल निगम के कार्यालय में धरना प्रदर्शन करते हुए जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे कार्यों में घोर अनियमित्ताओं का आरोप लगाया।
हरीश पनेरु द्वारा जिलाधिकारी के नाम शपथ पत्र बनाकर यह सबूत दिए गए कि भीमताल विधानसभा के ओखलकांडा विकासखंड में हर घर नल से जल योजना के अंतर्गत पेयजल निगम द्वारा भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 80 करोड रुपए की एक दर्जन से अधिक गांव में पेयजल योजना निर्माणधीन है लेकिन मानकों के अनदेखी करते हुए गलत तरीके से लाइन बिछाई जा रही हैं ।
जिलाधिकारी के दौर में भी लोगों द्वारा शिकायत की गई बावजूद इसके आज तक कार्यवाही संस्था के अधिशासी अभियंता ने मौके का निरीक्षण तक नहीं किया।
इसके अलावा ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि 500 मी लाइन बिछाई गई है जबकि 700 मी का भुगतान किया गया है इसी तरह की कई अन्य प्रकार की घोर अनियमिताएं भी सामने आई हैं।
1-वर्तमान में शासन द्वारा प्रत्येक घर में पेयजल उपलब्ध कराने हेतु जनपद नैनीताल की भीमताल विधानसभा के क्षेत्र के ओखलकाण्डा विकास खण्ड के प्रत्येक ग्रामपंचायत में “हर घर नल जल योजना” किग्रान्वित की जा रही है जिसमें निर्माण इकाई, पेयजल निगम, भीमताल जनपद नैनीताल है।
2. यह कि उक्त याजना के अन्तर्गत ओखलकाण्डा विकास खण्ड के ग्राम अधोड़ा, पदमपुर, अमजड़ मिडार, गल्पा, सुवाकोट पोखरी, कुण्डल, डालकनिया, भटेला, पोखरी तल्ली मल्ली, ल्वाड़ गोनियारी, हरीशताल, पश्या, देवली, झडगाँव, भदरेठा, आदि ग्रामपंचायतों में लगभग रू0 80.00 करोड की योजना प्रत्येक घर में पेयजल पहुँचाने के लिए वर्तमान में निर्माणाधीन है।
3. यह कि उक्त योजना में कार्यदायी संस्था द्वारा उक्त योजना के कार्य में भारी अनियमितता व भ्रष्टाचार किया जा रहा हे जिसके लिए समय समय पर जिलाधिकारी नैनीताल को लिखित व मौखिक रूप से अवगत करा दिया गया था, जिनके फोटाग्राफ व वीडियो उपलब्ध है।
स्थानीय जनता द्वारा भी जिलाधिकारी महोदय नैनीताल के दिनांक 03.05.2024 के मिडार दौरे के समय अवगत कराया गया था। यह शपथ पत्र आपको प्रमाण स्वरूप एवं तथ्यों की सत्यता के समर्थन में प्रस्तुत किया जा रहा है।
4. यह कि उक्त योजना में अधिकतर पानी के स्रोत वहाँ से लिये गये है जहाँ पर पानी ही नहीं है क्योंकि जिस दौरान यह सर्वे किया गया था, एवं जिस समय लाईन बिछाई जा रही थी उस समय बरसात का मौसम था। विभाग द्वारा अधोड़ा की देवगुरू से आने वाली लाईन सूखे स्रोत से अनियमित ढंग से विछाई गयी है जिसमें पानी नाम मात्र भी नहीं है जबकि जल के स्रोत अन्य स्थानों पर मौजूद है. परन्तु भष्टाचार के कारण मंजिह जल स्रोत से
लाईन नही बिछाई गयी तथा मानकों को अनदेखी कर मनमाने तरीके से लाईने बिछाई जा रही है।
5. यह कि गम्भीर अनियमिता करने एवं अवगत कराने के पश्चात भी निर्माणाधीन योजना की कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियन्ता द्वारा दिनांक 03.05.2024 तक धरातल पर निरीक्षण तक नही किया गया। अब ग्राम पंचायत के लोगों की शिकायत समाप्त करने के लिए उनसे सन्तुष्ट होने व कोई शिकायत न होने के स्पष्टीकरण लिये गये।
6. यह कि कार्यदायी संस्था द्वारा सभी कार्यों को एक ही ठेकेदार से निष्पादित कराया जा जा रहा है जिससे स्पष्ट है कि विभाग की मिलीभगत ही जनता के धन का दुरूपयोग किया जा रहा है।
7. यह कि निर्माणाधीन योजना में अधिकतर ग्रामपंचायओं में बिढाई जाने वाली लाईनों में बिना नाप किये ही मनमाने ढंग से भुगतान किया गया है जिसका उदाहरण है कि 500 मीटर लाईन बिछाने पर 700 मीटर का भुगतान किया गया है।
8. यह कि दिनांक 04.03.2024 को आमत्रित डालकन्या पेयजल योजना के अवशेष कार्य के लिए निविदा आमंत्रित की गयी थी, उसमें अधिशासी अभियन्ता द्वारा अपने चेहते ठेकेदार को कार्य दिलाने के लिए अन्य ठेकेदारों को निविदा में भाग नहीं लेने दिया गया, जिसके फोटोग्राफ व वीडियो प्रस्तुत किये जा रहे हैं।
9. यह कि उक्त योजनाओं के क्रियान्वयन में भारी अनियमितता व भ्रष्टाचार के अन्य स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध है जिन्हें आवश्यकता होने पर प्रस्तुत जायेगा।