‘मसूद अजहर मांग रहा मौत की भीख’, ऑपरेशन सिंदूर में परिवार के खात्मे के बाद टूट गया भारत का सबसे बड़ा दुश्मन
बहन-जीजा.परिवार के 10 लोगों की मौत पर रोया आतंकी मसूद अजहर, कहा-मैं भी मर जाता..
पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान तबाह हो गया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को टारगेट किया और 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया।
इस स्ट्राइक में भारत के दुश्मन नंबर 1 और जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गए हैं। मसूद ने खुद ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है। मसूद ने यह भी बताया कि भारत के इस सैन्य कार्रवाई में परिवार के 10 लोगों के अलावा उसके 4 खास गुर्गों की भी मौत हुई है। इस हमले से बौखलाए मसूद ने कहा है कि मैं भी मर जाता तो अच्छा होता।
एक बयान में कहा गया है, “मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन के साथ मौलाना कशफ का पूरा परिवार मारा गया है और मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां, बाजी सादिया के पति समेत सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे घायल हुए हैं। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे मारे हुए हैं।”
आपको बता दें कि भारत की तीनों सेनाओं ने ज्वाइंट ऑपरेशन कर नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ पंजाब का वहावलपुर भी शामिल है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया। कुल मिलाकर नौ जगहों को निशाना बनाया गया।
मसूद अजहर ने X पर लिखा- अल्लाह सर्वशक्तिमान हैं। शहीद जीवित हैं। अल्लाह तआला उनका मेजबान है.. और वे अल्लाह तआला के प्यारे मेहमान हैं.. मेरे परिवार के दस सदस्यों को आज रात एक साथ इस नेमत से नवाज़ा गया। उनमें से 5 मासूम बच्चे हैं।
जन्नत के फूल, मेरी बड़ी बहन जो मेरे दिल को प्यारी है। उनके पति, मेरे भतीजे और उनकी पत्नी और मेरी प्यारी भतीजी। हमारे प्यारे भाई हुज़ैफ़ा और उनकी माँ, दो और प्यारे साथी। अल्लाह आपको शांति और आशीर्वाद प्रदान करें।
निर्दयी मोदी ने मासूम बच्चों, घूंघट वाली महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया। दुःख और सदमा इतना है कि उसे बयान नहीं किया जा सकता, लेकिन ये न तो अफ़सोस है, न निराशा… न डर, न पीछे हटना… बल्कि बार-बार मन में आता है कि काश मैं भी इस “चौदह” भाग्यशाली कारवां में शामिल हो जाता। लेकिन अल्लाह तआला से मिलने का समय बहुत परिपक्व है।
उसे टाला नहीं जा सकता। हमारे घर में चार बच्चे थे। सात वर्ष की उम्र से लेकर तीन वर्ष की उम्र तक। चारों एक साथ स्वर्ग चले गये। उनके माता-पिता अकेले रह गये। लेकिन यह खुशी केवल उन लोगों को ही मिलती है जिनसे अल्लाह तआला प्यार करता है।
यह उनके प्रस्थान का नियत समय था। परन्तु यहोवा ने उन्हें नहीं मरने दिया। उसने जीवनदान दिया। “इस क्रूरता ने सारे नियम तोड़ दिए हैं। अब वहां किसी को दया की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
जामिया मस्जिद के शहीदों का क्रोध और गुस्सा दुश्मनों पर इस तरह बरसेगा कि उनकी पीढ़ियां भी इसे याद रखेंगी। आज चार बजे… बहावलपुर में इस काफिले की जनाज़ा की नमाज पढ़ी जाएगी।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक में आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर खून के आँसू रो रहा है. अपने ही कर्मो का फल वो भूगत रहा है. इस हमले में आतंकी मसूद अजहर के परिवार से 10 लोगों की मौत हुई है. जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर की ओर से खुद इस बात की पुष्टि की गई है।
‘अच्छा होता कि इस हमले में मै भी मारा जाता’
‘भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं.’ खून के आंसू रो रहा मसूद अजहर खुद को संभाल नहीं पा रहा है।
उसने कहा कि अच्छा होता कि वो भी इस हमले मारा जाता.जैश-ए-मोहम्मद ने अपने एक बयान में कहा है कि उसकी बड़ी बहन के साथ मौलाना कशफ का पूरा परिवार मारा गया है और मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां, बाजी सादिया के पति समेत सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे घायल हुए हैं।
ज्यादातर महिलाएं और बच्चे मारे हुए हैं.’खबरों की माने तो एयरस्ट्राइक में मारे गए अजहर के परिवार के सदस्यों और करीबियों को आज ही दफनाया जाएगा।
