हल्द्वानी। बसंत पंचमी के मौके पर विभिन्न मंदिरों व पवित्र स्थान में मुंडन एवं जनेऊ संस्कार हुए। हल्द्वानी के पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच और रानी बाग स्थित चित्राशिला घाट के साथ-साथ हल्दुचौड़ स्थित गायत्री मंदिर में हजारों की संख्या में जनेऊ और मुंडन संस्कार हुए।
शास्त्री व आचार्यों का कहना है बसंत पंचमी मां सरस्वती का दिन है और यह दिन यज्ञोपवीत उपनयन संस्कार के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
हिंदू धर्म में खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में नदियों के घाट के किनारे मंदिरों में व पवित्र स्थान पर सदियों से जनेऊ संस्कार व मुंडन संस्कार होते आए हैं।
इसी पौराणिक रीति को आगे बढ़ते हुए आज भी बहुत ही हर्षोल्लास के साथ लोग बसंत पंचमी के दिन अपने बच्चों का जनेऊ और मुंडन संस्कार करते हैं।
