नैनीताल भू विशेषज्ञ भास्कर दत्त पाटनी ने किया बलिया नाले का निरीक्षण
नैनीताल
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल की रीढ़ कहे जाने वाले बलियानाले का ट्रीटमेंट कार्य प्रगति पर है। एनएचपीसी/भूताग्नि विशेषज्ञ द्वारा पहाड़ी में चल रहे ट्रीटमेंट कार्यों का निरीक्षण किया।
नैनीताल की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाला बलियानाला लगातार खिसक रहा है, जिसके स्थिरीकरण और ट्रेटमेंट का कार्य जनवरी 2024 के आखरी माह से प्रारंभ हो चुका था।
नैनीताल शहर के दक्षिणी छोर पर तल्लीताल क्षेत्र में बसे रईस होटल कम्पाउंड का एक बड़ा हिस्सा वर्षों से भूस्खलन प्रभावित रहा है, जिसका आज एनएचपीसी/भूताग्नि विशेषज्ञ बीड़ी पाटनी ने निरीक्षण किया।
बलिया नाले में भूस्खलन की घटनाओं को रोकने के लिए आईआईटी के निर्देशन में सिंचाई विभाग द्वारा सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं।
इस कार्य को भौगोलिक परिस्थिति के दृष्टिगत कई भागों में वितरित कर किया जा रहा है।
भू विशेषज्ञ भास्कर दत्त पाटनी ने बताया कि भूस्खलन क्षेत्र को बचाने व मजबूती प्रदान करने के लिए भूस्खलन क्षेत्र को मौनोलिथिक बनाने के साथ ग्राउटिंग की गई है। बताया कि सिचाई विभाग द्वारा बेहतरीन कार्य किया जा रहा है और एक मानसून सीजन बीत जाने के बाद भी साइट में कोई दरार नही उत्पन हुई है।
बताया कि कार्य डीपीआर और गाइडलाइंस के तहत किया जा रहा है।
आपको बतादें की नैनीताल के बलियानाले का ट्रीटमेंट का कार्य लगातार एक वर्ष से जारी है, दरअसल बलियानाले के कटाव से नैनीताल को खतरा बना हुआ था और पिछले 15 सालों में तेजी से पहाड़ी में कटाव हो रहा था।
