नैनीताल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने नैना देवी मंदिर के पास हो रहे हैं सौंदर्यीकरण के कार्यो का निरीक्षण किया।
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल। मंदिर माला मानसखंड मिशन के तहत 11 करोड़ की लागत से नयना देवी मंदिर का सौंदर्यीकरण के साथ ही मंदिर के आसपास मौजूद 13 दुकानों को अन्यंत्र शिफ्ट किया जाना है।
योजना के तहत पंत पार्क से मंदिर तक फुटपाथ समेत विभिन्न कार्यों को बेहतर किया जाएगा। मंदिर परिसर में अतिरिक्त जगह के लिए आसपास की दुकानें व अन्य पुराना निर्माण हटाया जाएगा।
इस कार्य के लिए लोनिवि को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। आज लोनिवि टीम ने नयना देवी मंदिर के समीप चल रहे सौंदर्यीकरण के कार्यो का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान दुकानदारों ने लोकनिर्माण के अधिकारियों से उक्त स्थान पर ड्रेनेज सिस्टम ठीक करने के साथ ही सीवर लाइन को दुरुस्त करने का सुझाव दिया ताकि बारिश के दौरान पानी भरने की समस्या से निजात मिल सके। चाट पार्क निरीक्षण इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली है।
नयना देवी मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 11 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है। जिसमें 7 करोड़ रुपए से मंदिर सौंदर्यीकरण का काम किया जा रहा है। सौंदर्यीकरण कार्य परियोजना की गुणवत्ता और समय पर पूर्णता सुनिश्चित करने को सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। नितिन कार्की ने कहा की निर्माण यहां चल रहा है ।
उसमें थोड़ा सीसी 9 इंच इसको बढ़ाया जा रहा है और दूसरा बहुत बड़ी समस्या जो है शिविर की हैं।लोड ज्यादा बढ़ चुका है। तो हमारी मांग है कि इस काम के साथ- साथ शिविर को भी बढ़ाया जाए मंदिर में सौंदर्यीकरण चल रहा है जो यह 9 इंच ऊंची की जा रही है सीसी उसको ना किया जाए।
लोक निर्माण विभाग के ईई रत्नेश सक्सेना ने बताया कि मानस खंड अंतर्गत नैना देवी मंदिर के आसपास का सौंदरीकरण का काम चल रहा है जिसमें लोकल लोग प्रतिनिधि द्वारा एक डिमांड की गई है ।
शिविर लाइन जो है। कंस्ट्रक्शन के साथ-साथ उसको भी चेंज कर दिया जाए उसकी कैपेसिटी कम होगी इसके लिए एक्शन जल संस्थान से हम बात करके जैसे भी करके तुरंत निस्तारण करेंगे थोड़ा सा मिसकांसेप्शन था।
मंदिर के सामने प्रांगण में हाइट बढ़ रही है जबकि उनको अवगत कर दिया गया है कि वह हाइट नहीं पड़ी पुराना जो सरफेस है। उसी को डिस्मेंटलिंग करके रीलिंग जाएगी।
इस दौरान मौजूद त्रिभुवन सिंह, समाजसेविका सरस्वती खेतवाल, भुवन बिष्ट, नितिन कार्की, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी शामिल थे।