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राष्‍ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्‍यूरो (एनसीआरबी) की हाल ही में जारी हुई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उत्तराखंड में एक साल में 1209 मासूम बच्चे गायब हुए. हालांकि, उत्तराखंड में ऑपरेशन स्माइल के तहत लगातार बच्चों को तलाशा जा रहा है और गायब हुए बच्चों को उनके माता-पिता से मिलाने का काम किया जा रहा है।

मगर, एनसीआरबी की यह रिपोर्ट एक तरह से चिंता का विषय बनकर सामने आ रही है।

उत्तराखंड में 2023-24 में 1209 बच्चे लापता हुए, यानी औसतन तीन बच्चे रोजाना. इनमें से केवल 276 बच्चे ही मिल सके, जबकि 933 बच्चे आज भी गुमशुदा हैं, जो कि बेहद चिंता का विषय है. प्रदेश में छोटे बच्चों के लापता होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

हर दिन औसतन तीन बच्चे हुए गायब

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2023-24 में प्रदेश में हर दिन औसतन तीन बच्चे गायब हुए. इस दौरान 18 वर्ष और उससे कम उम्र के 1209 बच्चे लापता हुए, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनमें से केवल 276 ही अपने परिजनों से दोबारा मिल पाए हैं. बाकी बचे 933 बच्चे अब तक गुमशुदा हैं।

यह स्थिति चिंताजनक है, वह भी तब जब प्रदेश की पुलिस हर साल लापता बच्चों को खोजने के लिए ऑपरेशन स्माइल चला रही है।

गायब बच्चों को ढूंढ कर उन्हें उनके अपनों के सपोर्ट करने तक ऑपरेशन स्माइल चलाया जाता है, लेकिन पुलिस की तमाम दावा भरने वाली रिपोर्ट के बावजूद एनसीआरबी की रिपोर्ट उत्तराखंड पुलिस के तमाम दावों की पोल खोलती हुई नजर आ रही है।

लापता होने वाले बच्चों की उम्र 18 वर्ष से कम

दो दिन पहले ही एनसीआरबी की रिपोर्ट जारी हुई है, जिसने उत्तराखंड पुलिस के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी है. रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में साल 2023 और 24 में 408 बालक व 802 बालिकाएं लापता हुईं, जिनकी उम्र 18 वर्ष या इससे कम है. पुलिस ने जिन्हें ढूंढ कर उनके परिजनों से मिलाया, उनमें 128 बालक और 148 बालिकाएं शामिल हैं।

एनसीआरबी की रिपोर्ट देश और राज्यों में अपराध के वार्षिक आंकड़े पेश करती है. इनमें भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) विशेष एवं स्थानीय कानून (एलएलएल) के तहत दर्ज मामलों के साथ ही महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों के आंकड़े संकलित किए जाते हैं. अगर इस बार के आंकड़ों को देखें तो हिमालय राज्यों की स्थिति कुछ इस प्रकार है: किन हिमालय राज्यों से बच्चे लापता हुए और कितने बच्चे मिले, उसके आंकड़े कुछ इस प्रकार से दिए गए हैं।

कहां-कितने बच्चे लापता और कितने हुए बरामद?

हिमाचल: लापता बच्चों की संख्या 504, जिनमें से बरामद हुए 81. उत्तराखंड: 1209 बच्चे लापता हुए, बरामद हुए 276. सिक्किम: 22 लापता, 13 बरामद. अरुणाचल प्रदेश: 40 लापता, 21 बरामद. नागालैंड: 27 लापता, एक भी बरामद नहीं हुआ. मणिपुर: 89 लापता, 24 बरामद. मिजोरम: एक लापता, आज तक बरामद नहीं हो सका. त्रिपुरा: 268 लापता, 37 बरामद।

इस एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में वर्ष 2023-24 में कुल 6532 लोग लापता हुए. इनमें से 3233 पुरुष और 3255 महिलाएं हैं।

इसके अतिरिक्त, पुलिस ने 2701 लापता लोगों को ढूंढा है. इनमें 1688 पुरुष और 1013 महिलाएं शामिल हैं।

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