नैनीताल 1888 में स्थापित नगर का जय लाल साह बाजार स्थित प्राइमरी प्राथमिक विद्यालय अब कला के रंगों से सजना शुरू
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला।
नैनीताल। नगर का जय लाल साह बाजार स्थित प्राइमरी प्राथमिक विद्यालय अब कला के रंगों से सजना शुरू हो गया है। डीएसबी परिसर की छात्राएं विद्यालय को रंगों से संवारने लगे है।
इस विद्यालय की खासियत यह है कि गरीबों के बच्चों को ज्ञान की ज्योति प्रदान कर रहा है। 1888 में प्राथमिक विद्यालय स्थापित हुआ था। इसी स्कूल पढ़े लिखे लोगों के बच्चे नैनीताल के प्रतिष्ठान स्कूलों के अध्यापक बन चुके हैं।
पिछले साल शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के निरीक्षण के बाद स्कूल का नक्शा बदल गया कभी एक जमाने में इस स्कूल में पढ़ने वालों बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा थी। लेकिन जब से इंग्लिश मीडियम विद्यालय खुले हैं।
प्राथमिक विद्यालय पढ़ने वाले बच्चों की संख्या कम हो गई है। लेकिन अब 1888 में बना प्राथमिक रंग बिरंगे चित्रों से सजना जा रहा है जिसमें जेब्रा हाथी शेर मिकी माउस और कुमाऊनी पेंटिंग शामिल है।
वही कुमाऊं विश्वविद्यालय की तीन छात्राएं प्रिया सुमन किरन विद्यालयों के दीवालो मेँ रंग बिरंगे चित्र को बनाकर अपना योगदान दे रहे हैं। किरन ने कहा की वोल पेंटिंग बनाते हुए को 3 साल हो गए हैं अभी तक हजार से 1500 पेंटिंग बना चुके हैं।
नैनीताल शहर में जितने भी प्राथमिक और तहसील कुमाऊं विश्वविद्यालय के दीवारों में भी पेंटिंग बनाई जिसमें लोगों को अपनी ओर बहुत ही आकर्षित कर रहा है। और यहां के बच्चों को भी पेंटिंग बनाना सिखा रहे हैं।
पेंटिंग से रोजगार भी मिला इससे हमारा घर परिवार चलता है। इसके साथ ही हम लोगों ने पेंटिंग प्रतियोगिता में भी भाग लिया था और हमारे हाथ की बनाई हुई पेंटिंग लोगों को बहुत पसंद आई थी।
