रामनगर। कार्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल में लकड़ी लेने गई महिला को बाघिन ने मार डाला। साथी महिलाओं के शोर मचाने पर भी बाघ ने उसे नहीं छोड़ा। बाघिन महिला को जबड़े में दबोचकर जंगल में घसीट ले गई।
इस दौरान ग्रामीणों ने हाईवे किनारे शव रखकर विरोध जताया तो जाम की स्थिति रही। एसडीएम व पार्क अधिकारियों के आश्वासन पर स्वजन व ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ। शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल लाया गया।
ढिकुली गांव निवासी 58 वर्षीय कौशल्या देवी पत्नी लक्ष्मण सिंह रावत मंगलवार को गांव की पांच महिलाओं के साथ छह सौ मीटर दूर जंगल में लकड़ी लेने गई थी। महिलाओं ने बताया कि जब वह लकड़ी के गट्ठे बांध रही थी। तभी बाघिन ने कौशल्या देवी पर हमला कर दिया। यह देख उन्होंने शोर मचाया, लेकिन तब तक बाघिन महिला को घसीटकर जंगल को ले गई। घबराकर महिलाएं सड़क की ओर दौड़ी। उन्होंने बाहर आकर ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी।
सूचना मिलने पर कार्बेट से उपनिदेशक राहुल मिश्रा व पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी, रेंजर भानुप्रकाश हर्बोला अपनी टीम एवं ग्रामीणों के साथ घटनास्थल की ओर गए। घटनास्थल से करीब चार सौ मीटर दूर शव बरामद हो गया। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से कार्बेट के सशस्त्र वन कर्मियों ने बाघ को दूर हटाने के लिए हवाई फायरिंग की। इसके बाद महिला के शव को बाहर हाईवे तक लाया गया। शव को सड़क किनारे रखकर ग्रामीणों ने सुरक्षा को लेकर अपनी नाराजगी जताई। ग्रामीणों ने बाघ को पकड़ने की मांग की।
एसडीएम राहुल शाह, उपनिदेशक राहुल मिश्रा व पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बाघिन को जल्द पकड़ा जाएगा। कांग्रेस नेता अजय छिम्वाल समेत गांव के सामाजिक कार्यकर्ता दीप गुणवंत, अशोक खुल्बे ने भी बाघ से ग्रामीणों की सुरक्षा की मांग की।