नैनीताल के बारह पत्थर में आल सेंट कॉलेज के 40 छात्रों का दो दिवसीय रॉक क्लाइंबिंग का प्रशिक्षण दिया गया
रिपोर्टर गुड्डू सिंह ठठोला
नैनीताल। बारह पत्थर में 40 छात्राओं को रैपलिंग, क्लाइम्बिंग, बोल्ड्रिंग, स्क्रेम्बलिंग, ज़िप लाइन, बर्मा ब्रिज, बैम्बू लैडर क्लाइम्बिंग आदि का बेहतरीन प्रशिक्षण दिया
दो दिवसीय ट्रेक और बेसिक रॉक क्लाइम्बिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस वैश्विक चुनौती के अंतर्गत प्रत्येक सदस्य विद्यालय को साहसिक गतिविधियों के माध्यम से मिलकर पृथ्वी की परिधि के 100 मील की दूरी तय करनी होती है।
‘हिमालयन माउंटेनियरिंग क्लब’ द्वारा संचालित किया गया, जिसमें कक्षा 10 और कक्षा 12 की छात्राओं की लगभग 40 छात्राओं ने भाग लिया।
प्रशिक्षण का नेतृत्व श्री अनित साह और श्री हरीश बिष्ट ने किया, जिन्होंने छात्राओं को पर्वतारोहण की मूलभूत तकनीकों से परिचित कराया तथा पर्वत चढ़ाई करते समय आवश्यक सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी।
छात्राओं ने इस साहसिक अनुभव का भरपूर आनंद उठाया और जीवन रक्षक कौशल सीखने की इस अनोखी प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह कार्यक्रम छात्रों के लिए न केवल रोमांचकारी रहा, बल्कि उनमें आत्मविश्वास, साहस और टीम भावना को भी विकसित करने वाला सिद्ध हुआ।
सुनील कहां की रॉक क्लाइंबिंग बच्चों को सिखाने में बहुत अच्छा और अनुभव प्राप्त होता। 45 वर्षों से बच्चों को राक क्लाइंबिंग सिखा रहे हैं। बच्चों के लिए रॉक क्लाइंबिंग खेल बच्चों के लिए अच्छा है कुछ बच्चे हमसे सीखते हैं कुछ बच्चों से हम सीखते हैं
राधिका ने कहा पहली बार रॉक क्लाइंबिंग की है और बहुत मजा आया शुरू शुरू में ऊंचाई देखकर बहुत डर लग रहा था चट्टान से उतरकर दिल में जो डर था वह निकल गया बहुत अच्छा लगा और बहुत मजा आया।
