ब्रेकिंग न्यूज़
खबर शेयर करे -

कुंवारे कांस्टेबल की कहानी में फंसी ‘लुटेरी दुल्हन’, भोपाल से गिरफ्तार; 23 की उम्र में तबाह किए 25 घर

हर 8वें दिन नए दूल्हे से रचाती थी शादी, भोपाल की ‘दुल्हन’ का कारनामा देख पुलिस भी हैरान

राजस्थान पुलिस ने 23 साल की एक युवती को गिरफ्तार किया है, जिस पर कम से कम 25 ‘फर्जी शादियां’ करने का आरोप है. युवती पर आरोप है कि वह शादी के बाद नकदी व कीमती सामान लेकर चंपत हो जाती है।

सवाई माधोपुर पुलिस की एक टीम ने मध्य प्रदेश में भोपाल जिले के शिव नगर थाना क्षेत्र की रहने वाली अनुराधा को 18 मई को गिरफ्तार किया।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पकड़ी गई ‘लुटेरी दुल्हन’ अनुराधा पासवान की कहानी फिल्मी नहीं, बल्कि हकीकत है। 23 वर्षीय अनुराधा मूलतः उत्तर प्रदेश के महाराजगंज की रहने वाली है, लेकिन वो अब तक करीब 25 फर्जी शादियां कर चुकी है।

फर्जी शादियां रचाकर कई लोगों को ठगा

मानटाउन के थानाधिकारी सुनील कुमार ने बताया, ‘आरोपी महिला ने फर्जी शादियां रचाकर कई लोगों को ठगा है. वह नकदी और मोबाइल फोन समेत कीमती सामान लेकर फरार हो जाती है.’ उन्होंने बताया कि जिस मामले में उसे गिरफ्तार किया गया है वह विष्णु गुप्ता ने तीन मई को दर्ज कराया था. उन्होंने बताया कि सुनीता और पप्पू मीणा नामक दो लोगों ने उसकी शादी करवाने का झांसा देकर उसे गुमराह किया।

शिकायतकर्ता ने दर्ज करायी गयी शिकायत के मुताबिक, ‘उन्होंने अनुराधा की तस्वीर दिखाई,एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए राजी किया और उसके बाद पिछले महीने हुई शादी के लिए मुझसे दो लाख रुपये ले लिए. शादी के एक हफ्ते बाद अनुराधा नकदी, गहने और मोबाइल फोन लेकर गायब हो गई।

शादी के कुछ दिन बाद हो जाती है गायब

जांच में पता चला कि अनुराधा इसी तरह कई ‘फर्जी शादी’ कर चुकी हैं. हर ऐसी शादी के कुछ दिन बाद वह गायब हो जाती है. अधिकारी ने कहा, ‘जांच से पता चला है कि अनुराधा कम से कम 25 ऐसी धोखाधड़ी वाली शादियों में शामिल रही है.’ जांच दल ने पाया कि अनुराधा भोपाल में कई ऐसे लोगों के संपर्क में थी जो शादी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक बड़े गिरोह का हिस्सा हैं।

इस गिरोह का काम शादी के लिए दुल्हन तलाश रहे युवकों को फांसना, उन्हें भावी ‘दुल्हन’ की तस्वीरें दिखाना, 2 से 5 लाख रुपये तक की मोटी रकम लेना और फिर फर्जी शादियां आयोजित करना है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस गिरोह द्वारा करवाई गई कथित शादी के तुरंत बाद ‘दुल्हन’ फरार हो जाती है जिसके बाद युवक आर्थिक व भावनात्मक संकट में फंस जाते हैं. पुलिस टीम के सदस्यों ने खुद को अविवाहित युवक के रूप में पेश कर भोपाल में अनुराधा को ट्रैक किया।

सफलता तब मिली जब उन्हें अनुराधा की तस्वीर शादी करने की इच्छुक युवतियों की सूची में मिली. इसके बाद टीम ने भोपाल में उस जगह का पता लगाया जहां वह एक और पीड़ित से शादी करने के बाद छिपी हुई थी।

थानाधिकारी ने बताया कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और गिरोह के और सदस्यों को पकड़ने तथा कीमती सामान को बरामद करने के लिए आगे की जांच जारी है।

2 लाख रुपये लेकर करवाई गई शादी

मानटाउन थाने के एएसआई मीठा लाल यादव ने बताया कि 3 मई को विष्णु पुत्र बनवारी लाल शर्मा निवासी आईएचएस कॉलोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपी सुनीता निवासी खण्डवा मध्य प्रदेश व पप्पू मीना निवासी खेडला ने विष्णु को मन पसन्द की दुल्हन से विवाह करवाने के आश्वासन दिया था. इसके बाद उन्होंने उसे अनुराधा का फोटो दिखाकर उससे सम्पर्क कराया.‌ आरोपियों ने न्यायालय परिसर सवाई माधोपुर में इकरारनामा तैयार करवाकर 2 लाख रुपए की राशि प्राप्त कर 20 अप्रैल को विवाह करवा दिया. इसके बाद अनुराधा 2 मई की रात घर से जेवर, नगदी व मोबाइल लेकर फरार हो गई।

जाल बिछाकर पकड़ा लुटेरी दुल्हन को

विष्णु की रिपोर्ट दर्ज होने पर थानाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम के एएसआई मीठालाल यादव को अनुराधा के भोपाल होने की सूचना मिली, जिस पर एएसआई पुलिस टीम के साथ भोपाल पहुंचे और अनुराधा की तलाश शुरू की. एएसआई ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. एक कांस्टेबल के लिए दुल्हन को लेकर उससे संपर्क किया गया. एक दलाल ने महिलाओं की फोटो दिखाई, जिसमें आरोपी भी शामिल थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

कुछ दिनों में ही फरार हो जाती थी दुल्हन

मालूम हुआ कि भोपाल में फर्जी विवाह करवाने वाले गिरोह के सदस्य भोपाल की रोशन, सुनीता, रघुवीर, गोलू , मजबूत सिंह यादव, जुर्जन ग्राहकों से सम्पर्क करते थे. यह लोग फर्जी स्थानीय ऐजेन्ट्स के माध्यम से विवाह के इच्छुक व्यक्तियों से सम्पर्क कर मोबाइल में लड़की की फोटो दिखाते थे. दुल्हन पसंद आने पर वे रुपए की डिमांड करते. यह गिरोह विवाह के इच्छुक लोगों से 2 से 5 लाख रुपए तक में सौदा तय करते थे. इसके बाद उन्हें विश्वास दिलवाकर फर्जी तरीके से नाम पता बताते हुए एग्रीमेंट कर विवाह करवाते थे.‌ लुटेरी दुल्हन विवाह के कुछ दिन बाद ही अवसर पाकर फरार हो जाती थी।

7 महीनों में लगभग 25 लोगों से रचाई शादी

अनुराधा ने विष्णु शर्मा के घर से फरार होने के बाद भोपाल में काला पीपल पन्ना खेडी के गब्बर से 2 लाख रूपए लेकर पुनः विवाह कर लिया था और उसके साथ रह रही थी. आरोपी 7 महीनों में लगभग 25 लोगों के साथ फर्जी विवाह कर धोखाधड़ी कर चुकी है यानी अगर एवरेज निकालें तो महिला हर 8वें दिन नई शादी रचा रही थी।

यह भी पढ़ें :  कैंची धाम मेले की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद; कुमाऊं कमिश्नर, आईजी कुमाऊं, एसएसपी नैनीताल ने मौके पर लिया जायजा
error: Content is protected !!