हल्द्वानी। भारत के इतिहास में और हर भारतीय नागरिक के जीवन में 15 अगस्त सबसे महत्वपूर्ण दिन है। यही वह दिन है जब भारत को 200 सालों की अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति मिली थी।
15 अगस्त 1947 के दिन हमारा देश गुलामी की बेड़ियों को काटकर ब्रिटिश शासन के चंगुल से आजाद हुआ था। इसके बाद यह दिन भारत के स्वर्णिम इतिहास में अंकित हो गया।
यूनियन की जिला अध्यक्ष दया जोशी ने कहा कि हर भारतीय 15 अगस्त के इस खास दिन को स्वतंत्रता दिवस के तौर पर बड़ी धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाता आ रहा है।
इस साल भारत की आजादी को 77 बरस पूरे हो गए हैं। देश अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। देश के हर स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों व विभिन्न अन्य संस्थाओं में स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जाता है।
यूनियन के कोषाध्यक्ष ईश्वरी दत्त भट्ट ने कहा कि हमारे देश ने बहुत संघर्षों के बाद आजादी प्राप्त की थी। हमारे देश के वीर सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए संघर्ष किया और हमें आजादी दिलाई।
हमें उनके त्याग और बलिदान को कभी भूलना नहीं चाहिए। वही यूनियन के महासचिव पूरन रूपाली ने कहा देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी को पाने के लिए हमने लंबा संघर्ष किया।
अपना पूरा जीवन, पूरी जवानी आजादी को पाने में झोंक दी।
देश को आजाद कराने में महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, मंगल पाण्डे, ,राजगुरु, सुखदेव, जवाहरलाल नेहरु, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक जैसे कई क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों का अहम योगदान रहा। भारत मां के इन सच्चे सपूतों के लंबे संघर्ष के कारण स्वतंत्रता का सपना साकार हुआ।
आज 15 अगस्त, 1947 का जिक्र होते ही गर्व से हर भारतीय का सीना चौड़ा हो उठता है। झंडारोहण के उपरांत मिष्ठान वितरण किया गया।
जिसमें मिष्ठान वितरण में महासचिव पूरन रूवाली ने सहयोग प्रदान किया, वही ध्वज वितरण में विजय गुप्ता व अन्य का सहयोग रहा।
कार्यक्रम के अंत में यूनियन की जिला अध्यक्ष दया जोशी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस दौरान राजकुमार केसरवानी, दया जोशी, ईश्वरी दत्त भट्ट, शंकर फुलारा, पूरन रुवाली, शंकर पांडे, महानगर महासचिव विजय गुप्ता, कपिल परगाईं, अमन आर्या, करन, अरुण सागर, हनी सागर आदि मौजूद रहे।