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घंटाघर पर जाम लगाने के आरोप में पुलिस ने 400 लोगों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा 

देहरादून।  घंटाघर पर जाम लगाने के आरोप में पुलिस ने 400 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. यह जाम बजरंग दल के नेता विकास वर्मा की हिरासत के विरोध में लगाया गया था।

घटना के बाद पुलिस अब वीडियो फुटेज के माध्यम से दोषियों की पहचान करने में जुटी है।

घटना का आरंभ बीते गुरुवार को हुई, जब बदायूं से एक किशोरी अपने दोस्त से मिलने देहरादून आई थी. उसका दोस्त भी बदायूं का ही रहने वाला था. जब यह बात एक पक्ष को पता चली, तो उन्होंने उस युवक की पिटाई कर दी।

इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए. स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने हस्तक्षेप किया, लेकिन दोनों पक्षों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इस दौरान माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था, लेकिन देर रात पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया।

पुलिस ने इस झगड़े के बाद दोनों पक्षों के करीब 100 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसमें 15 लोग नामजद थे. इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, जिसमें बजरंग दल के नेता विकास वर्मा भी शामिल थे।

विकास वर्मा की हिरासत की खबर जब स्थानीय व्यापारियों को लगी, तो उन्होंने बाजार बंद कर विरोध जताया. इसके बाद व्यापारी और अन्य लोग घंटाघर पहुंचे और वहां जाम लगा दिया, जिससे शहर का मुख्य इलाका लगभग चार घंटे तक बाधित रहा।

घंटाघर पर जाम के दौरान सैकड़ों लोग जमा हो गए थे, जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए काफी प्रयास किया और अंततः जाम को समाप्त करवाया गया।

इसके बाद पुलिस ने जाम लगाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और शहर कोतवाली में 400 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस अब वीडियो फुटेज के आधार पर जाम में शामिल लोगों की पहचान कर रही है ताकि उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जा सके।

इस घटना से देहरादून के घंटाघर क्षेत्र में काफी अव्यवस्था फैल गई थी, जिससे आम जनता को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

चार घंटे के इस जाम के दौरान आसपास के इलाकों में भी यातायात बाधित हो गया था, और बाजार भी बंद रहे. पुलिस के मुताबिक, दोषियों की पहचान होने के बाद उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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