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भीमताल/ओखलकांडा। क्वैराला गांव में लगातार हो रहे भू -स्खलन और भू-धंसाव की भू- गर्भीय जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा ।

सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र सिंह ऐरी ने बहुचर्चित क्वैराला गांव में लगातार हो रहे भू -स्खलन एव भू-धंसाव की भू- गर्भीय जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया।

जिसमें उन्होंने बताया कि क्वेराला गांव में बारिश के दौरान लगातार भू -स्खलन एव भू-धंसाव बढ़ता ही जा रहा है।

पिछले दिनों जुलाई माह में और पिछले माह सितंबर में हुई तेज बारिश में टीकम सिंह ऐरी का मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गया और आसपास के बहुत से मकानों में दरारें आ गई हैं।

उस दौरान सभी लोगों ने गांव के अन्य घरों में शरण ली,क्योंकि मकान से 200 मीटर ऊपर से ही जमीन खिसकने लग गई।

 यहां रह रहे सभी 12 परिवारों को भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा बन गया है। इसके अलावा भी गांव के अन्य जगहों पर खतरा बना हुआ है।

देवेंद्र सिंह ऐरी ने मांग की कि क्वेराला गांव में अति आवश्यकीय भू-गर्भ विभाग द्वारा सर्वे कराया जाय जिससे इस क्षेत्र की स्थिति स्पष्ट हो सके। और जरूरी होने पर खतरे की जद में आ रहे सभी परिवारों को विस्थापित किया जाए।

विदित हो कि क्वैराला गांव में हमेशा से ही बारिश में जगह- जगह भू- स्खलन हो रहा है, यहां के लोग बारिश में हर समय भयभीत रहते हैं,जो चिंता का विषय है।

इससे पहले देवेंद्र सिंह ऐरी ने तहसीलदार खनश्यू,मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी नैनीताल, कुमाऊं आयुक्त और लोकसभा सांसद नैनीताल-उधम सिंह नगर अजय भट्ट को भी अवगत करा चुके हैं।

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