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जानिए नगर निगम की ऐसी तीन सीटों का हाल,जहां पहली बार हो रहे चुनाव,आरक्षण और बागियों ने बदले समीकरण

उत्तराखंड में 23 जनवरी को सभी नगर निकायों में एक साथ मतदान होना है। जिसके परिणाम 25 जनवरी को आएंगे। ऐसे में अब प्रचार प्रसार तेज हो गया है। सभी सियासी दलों की नजर प्रदेश की 11 नगर निगम सीटों पर लगी हुई है।

खासकर उन 3 सीटों पर जहां पहली बार मेयर का चुनाव हो रहा है। श्रीनगर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ सीट पर क्या कहते हैं समीकरण आइए जानते हैं।

पहली बार मानकों पर छूट से बनी नगर निगम की इस सीट पर मेयर के चुनाव होने जा रहे हैं। पहली बार चुनाव और महिला के लिए सीट रिजर्व है। श्रीनगर हमेशा से ही भाजपा और कांग्रेस के लिए हॉट क्षेत्र है। दोनों दलों के प्रदेश स्तरीय कद्दावर नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है। नगर निगम सीट कैबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत के बीच इस पर सीट नाक का सवाल बनी हुई है।

श्रीनगर सीट मेयर कैंडिडेट के लिए भाजपा, कांग्रेस, उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला है। इस सीट पर पांच प्रत्याशी हैं। भाजपा की और से आशा उपाध्याय तो कांग्रेस से मीना रावत चुनावी मैदान में हैं। आशा ने हाल ही में भाजपा ज्वाइन की तो कांग्रेस की मीना पुरानी कार्यकर्ता है।

इसके अलावा यूकेडी से सरस्वती देवी और निर्दलीय प्रत्याशियों में आरती भंडारी और पूनम तिवारी हैं। आरती, भाजपा की बागी तो जबकि पूनम तिवारी कांग्रेस की बागी हैं। हालांकि इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला माना जा रहा है। 40 वार्डों वाले इस नगर निगम में कुल 29,094 मतदाता हैं। जिनमें 14,948 पुरुष, 14,139 महिलाएं और 7 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।

अल्मोड़ा नगर निगम बनने के बाद पहली बार हो रहे चुनाव में इस बार मेयर का पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होते ही इस सीट पर सारे समीकरण बदल गए। भाजपा में मेयर का टिकट मांग रहे भैरव गोस्वामी ने प्रत्याशी का ऐलान होने से दो दिन पहले बगावत कर कांग्रेस का दामन थाम लिया।

कांग्रेस ने भी भैरव को टिकट दे दिया। भाजपा ने संघ और संगठन में गहरी पैठ रखने वाले अजय वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। वर्ष 2013 में भाजपा ने अजय वर्मा को नगर पालिका के अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया था।

तब यह सीट अनारक्षित थी। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रकाश जोशी की कड़ी टक्कर दी थी। वह मात्र 590 मतों से पराजित हुए थे। अब दोनों प्रत्याशियों के कड़ी टक्कर है। ऐसे में चुनाव दिलचस्प हो गया है। अल्मोड़ा में तीन प्रत्याशी चुनावी मैदान में है।

पिथौरागढ़ नगर निगम सीट पर पहली बार चुनाव हो रहा है। ये सीट भी महिला के लिए आरक्षित है। लेकिन पहली बार हो रहे चुनाव में इस सीट पर सबसे बड़ी महाभारत देखने को मिल रही है। इस सीट पर कांग्रेस के विधायक मयूख महर ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।

कांग्रेस ने इस सीट पर अंजू लूंठी को ​उतारा, तो कांग्रेस में बगावत हो गई। विधायक मयूख् महर ने मोनिका मेहर को मैदान में उतार दिया और जमकर प्रचार कर रहे हैं।

इसके साथ ही कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ने पत्नी को टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ दी और भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने कल्पना देवलाल पर दांव खेला है। जिस वजह से पिथौरागढ़ सीट प्रदेश में हॉट सीट बन गई है।

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