उत्तराखंड के विधायकों को फर्जी कॉल कर मंत्री पद का ऑफर देने और पैसों की डिमांड करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। हरिद्वार और उधम सिंह नगर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
तीसरा आरोपी अभी फरार है। आरोपी पहले भी इससे तरह के खेल करते आ रहे हैं।
पुलिस ने आरोपी उवैश को रुद्रपुर से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि वह अपने दोस्तों गौरव नाथ और प्रियांशु पंत के साथ अलग-अलग राज्यों के विधायकों के फोन नंबर पर मंत्री बनने का ऑफर देते है।
कई बार विधायकों को बदनाम करने व फंसाने की धमकी देकर भी पैसे की मांग करते है। तीनों ने अलग अलग तरीके से उत्तराखंड के रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा, हरिद्वार के रानीपुर विधायक आदेश चौहान और नैनीताल विधायक सरिता आर्या को फोन कॉल किए। जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे का नाम लेकर पैसों की डिमांड की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा को 13 फरवरी को एक कॉल आया था।
कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बेटा बताया था और कॉल पर विधायक शिव अरोड़ा से कुछ राजनीतिक मुद्दों पर बात की और फिर कहा कि उन्हें उत्तराखंड सरकार में मंत्री बनाया जा रहा है। आरोपी ने शिव अरोड़ा से तीन करोड़ रुपए की डिमांड भी की।
जिस पर विधायक को शक हुआ और पुलिस को कंप्लेन दी गई। पुलिस ने भी मामला दर्ज करते हुए अपनी कार्रवाई शुरू की। पुलिस जांच में उवैश अहमद पुत्र सगीर निवासी एटा यूपी का नाम सामने आया, जो फिलहाल गाजियाबाद में रहता है।
हरिद्वार पुलिस ने इस मामले में प्रियांशु पंत को भी हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। आरोपी को पुलिस ने दिल्ली से पकड़ा है।
इस गिरोह का तीसरा आरोपी गौरव फिलहाल फरार चल रहा है, जिसकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस के मुताबिक प्रियांशु ने पैसों की तंगी के चलते अपने अन्य दो साथियों उवेश अहमद व गौरवनाथ के साथ मिलकर कुछ बड़ा करने का प्लान बनाया।
जिससे एक झटके में मोटी कमाई हो जाए। गौरव नाथ वर्ष 2024 में खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में सचिव बताकर विधायक से पैसों की डिमांड करने पर नासिक से जेल भी जा चुका है।