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रूडकी। नगर पंचायत पाड़ली गुर्जर के वार्ड संख्या एक में तीन बार मतों की गिनती में अंतर आता रहा। इसे लेकर प्रत्याशियों व उनके एजेंट ने हंगामा किया।

एक बार तो कांग्रेस प्रत्याशी मोनी ने दावा किया कि वह पांच वोट से जीत गए हैं, लेकिन दूसरे पक्ष ने इसका विरोध किया। काफी देर तक हंगामा होता रहा।

बाद में चौथी बार की गिनती में सभासद पद पर भाजपा प्रत्याशी एक वोट से विजयी रहे। दरअसल यहां पर निरस्त मतपत्रों को लेकर नारेबाजी होती रही। दो चुनाव चिह्न के बीच में बने खाने में लगी मुहर को लेकर संशय बना रहा। इसी बीच रिटर्निंग अधिकारी मनीष कुमार सिंह एवं निर्वाचन अधिकारी तारकेश्वर मिश्रा ने उन्हें किसी तरह से शांत किया।

बाद में भाजपा प्रत्याशी आकाश को 442 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मोनी को 441 वोट मिले। जबकि 91 मत अमान्य करार दिए। नोटा पर चार मत इस वार्ड पर गए हैं। यहां पर सभासद पद के लिए चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।

एक वोट से हारे प्रत्याशी ने लगाए आरोप, जाएंगे हाइकोर्ट

हरिद्वार : वार्ड नंबर 12 निर्मला छावनी से निवर्तमान पार्षद निर्दलीय प्रत्याशी विकास उर्फ विक्की महज एक वोट से चुनाव हार गए। उन्हें भाजपा के ईष्ट देवी सोनी ने हाया। यहां 40 वोट निरस्त हुए। निर्दलीय प्रत्याशी विकास ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए दोबारा मतगणना की मांग की।

विकास कुमार ने पिछले चुनाव भी निर्दलीय जीता था। बाद में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली, लेकिन इस बार भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। विकास ने यहां दोबारा मतगणना की मांग की। काफी प्रयास के बाद भी उनकी मांग पूरीनहीं हुई। धरने पर बैठने का प्रयास कर रहे विकास को पुलिसकर्मियों ने उठाया। उन्होंने धांधली का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट जाने की बात कही है।

अंदरूनी कलह से चिन्यालीसौड़ में नहीं खुला भाजपा का खाता

चिन्यालीसौड़ : नगर पालिका चिन्यालीसौड़ में भाजपा अपना खाता खोलने में सफल नहीं हो पाई। यहां संगठन में अंदरूनी कलह भी सामने आई है। इस सीट पर भाजपा की चुनावी रणनीति भी नजर नहीं आई। चिन्यालीसौड़ में प्रभाव रखने वाले नेताओं को जिम्मेदारी नहीं दी गई। चिन्यालीसौड़ नगर पालिका का गठन 2013 में हुआ। पहले चुनाव में कांग्रेस इस सीट पर जीती है। दूसरी बार 2018 में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की।

भाजपा इन चुनावों में दूसरे व तीसरे नंबर पर रही। इस बार भी भाजपा का प्रदर्शन निराशजनक रहा है। चुनाव प्रचार में प्रत्याशी उन पदाधिकारियों से घिरा था, जो चिन्यालीसौड़ में मतदाता ही नहीं हैं। जिससे स्थानीय कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिखी। भाजपा के प्रत्याशी की निकाय चुनाव को लेकर कोई तैयारी नहीं थी।

चिन्यालीसौड़ नगर पालिका में धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार का सबसे अधिक प्रभाव रहता है, परंतु भाजपा ने प्रीतम पंवार को चिन्यालीसौड़ की जिम्मेदारी नहीं सौंपी। जिसका नतीजा ये हुआ कि भाजपा प्रीतम पंवार के गढ़ से ही हार गई। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी मनोज कोहली पिछले पांच वर्षों से चिन्यालीसौड़ में सक्रिय हैं।

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