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हल्द्वानी। छड़ैल वार्ड में लगातार चुनाव बंद होने के बाद गेट बंद होने के बाद फर्जी मतदान कराया जा रहा था और अंदर पर्ची और क्वार्टर भेजे जा रहे थे।

पीछे के रास्ते प्रशासन मुकदर्शक बना रहा बार-बार कहने की बात भी उन्होंने एडवोकेट ज्योति भट्ट प्रत्याशी की नहीं सुनी और फर्जी वोट को दीवाल फाद कर खुद के वोट डलवाने की कोशिश की जिसमें पिठा सीन अधिकारी भी शामिल थे।

जिनको प्रत्याशी की शिकायत करने पर कहा गया है की दो चार वोट फर्जी पड़ गये तो तुम्हारा क्या बिगड गया

थाना अध्यक्ष मुखानी द्धारा प्रत्याशी ज्योति भट्ट के मुख्य एजेंट को गले से पकड़ कर  धक्का मार कर बाहर भगाया गया।

प्रत्याशी ज्योति भट्ट एडवोकेट द्धारा कमिश्नर फोन द्धारा सूचित किया गया, डीएम ने फोन नहीं उठाया आरओ को भी सूचना दी गई।

सिटी मजिस्ट्रेट वाजपेई जी को सूचना दी गई उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण रहा।

मुख्य एजेंट का कागज छीन लिया गया।केवल एक पछ के लिए कारवाई बाकी लोगों को डांटा गया है।

प्रशासन खुद गुमराह कर रहा है। फर्जी वोट डालते हुए पीछे से पर्ची पकड़ा रहे हैं। प्रशासन मूक दर्शक बना। एक व्यक्ति के लिए बना दिवाना।

छढैल में वोट फर्जी पर्ची डलवाते हुए युवकों को पीछे से कुदवाया जा रहा है पुलिस ने महिला प्रत्याशी की नहीं सुनी।

प्रदेश के बड़े नेता के कहीं ना कहीं संरक्षण से यह सब मूकदर्शक बने रहे।

एस डी एम पारितोष वर्मा जी को भी फोन पर सूचना दी गई।

सबका साथ सबका विकास  का नारा देने वाली डबल इंजन की सरकार , में शासन प्रशासन की इस प्रकार की त्रुटि निसंदेह संदेह पैदा करती है।

ज्योति भट्ट एडवोकेट

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