हल्द्वानी में हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत करने जा रहे पहाड़ी आर्मी के प्रमुख लोग।
पहाड़ी आर्मी हल्द्वानी में ने चलाया हस्ताक्षर अभियान,पूरे राज्य में विरोध का एलान
हल्द्वानी। पहाड़ी आर्मी ने हल्द्वानी से यूसीसी के प्रावधानों के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है। इसके साथ ही पूरे राज्य में अभियान चलाने का एलान किया है।
पहाड़ी आर्मी प्रमुख हरीश रावत का कहना है कि लिव इन रिलेशन का प्रावधान भाजपा की गलत सोच का नतीजा है।
यह पहाड़ की संस्कृति को बर्बाद कर देगा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस प्रावधान को तत्काल वापस लेने की जरूरत है।
मंगलवार को महानगर अध्यक्ष भुवन पांडेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने यहां जंतर-मंतर में धरना दिया और प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि इस कानून में एक वर्ष के प्रवास के बाद स्थाई निवास प्रमाण देने वाला प्रावधान काला कानून है।
इस मौके पर जन जागरण व हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि तिकोनिया के आसपास हजारों लोगों इस तरह के अभियान का समर्थन किया।
यूसीसी में लिव-इन-रिलेशन को कानूनी मान्यता देकर पहाड़ी हिंदू संस्कृति को तहस-नहस करने का षड़यंत्र है।
इस मौके पर युवा जिलाध्यक्ष मोहित राणा, संगठन सचिव गौरव गोस्वामी, विनोद शाही, जिला प्रभारी हिमांशु शर्मा, युवा नगर अध्यक्ष विनोद नेगी ने कहा कि यह कैसा कानून है।
जो केंद्र से लागू नहीं हुआ न ही गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों अथवा महानगरों में कहीं लागू नहीं हुआ।
परंतु पहाड़ी हिंदू समाज पर थोपा गया। वक्ताओं ने कहा यह पहाड़ी संस्कृति अस्मिता को खिन्न-भिन्न करने वाला कानून है।
धामी सरकार को इसे वापस लेना होगा नहीं तो पहाड़ में विद्रोह होगा।
इस मौके पर भगवंत सिंह राणा, पंकज जोशी, सतीश फुलारा, संजय परगाई, भरत परिहार, संजय राठौर, चंदन मेहरा, सुनता बिष्ट, जया गोस्वामी, जगदीश कांडपाल, रजनी सुयाल, मनोज पडियार, राजेश बनकोटी, सौरभ कुमार, प्रतिभा पांडेय आदि मौजूद रहे।
