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प्रयागराज महाकुंभ मेला में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पहले भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है और कई लोग घायल हैं।

महाकुंभ में भगदड़ से पहले का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास पंत श्रद्धालुओं से अपील कर रहे थे कि वो जल्द से जल्द स्नान कर लें।

इस दौरान उन्होंने भगदड़ को लेकर चेतावनी भी दी थी. अब उनकी ये चेतावनी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. आइए कमिश्नर विजय विश्वास पंत के बारे में जानते हैं कि ये कौन हैं, जिन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी थी.

विजय विश्वास पंत 2004 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. प्रयागराज मंडल का कमिश्नर बनने से पहले वह आजमगढ़ के कमिश्नर थे. उन्होंने कानपुर आईआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. आईईएस बनने के बाद विजय विश्वास पंत की पहली पोस्टिंग एमडी पश्चिमांचल मेरठ के पद पर हुई थी. इसके बाद उन्हें महोबा, मैनपुरी, सोनभद्र और कानपुर जैसे जिलों का डीएम बनाया गया.

कानपुर के DM रह चुके हैं विजय विश्वास पंत

साल 2018 में उन्हें कानपुर का जिलाधिकारी बनाया गया. प्रदूषण से मुक्ति के साथ ही स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली को लेकर वह खुद सक्रिय थे और करप्शन पर कंट्रोल के लिए वो खुद ही प्रोजेक्ट की साइट का विजिट करते थे. इस दौरान उनके पास कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी थी।

इसके बाद उन्हें यूपी सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का सचिव भी बनाया गया था. मूल रूप से हल्द्वानी के रहने वाले विजय विश्वास पंत की मां उत्तराखंड में उच्च शिक्षा निदेशक के पद से रिटायर हुई थीं. उनके पिता जेडी पंत पीसीएस अफसर थे. विजय खुद एक टीचर बनना चाहते थे।

कमिश्नर विजय विश्वास पंत का वीडियो वायरल

महाकुंभ में भगदड़ से पहले कमिश्नर विजय विश्वास पंत श्रद्धालुओं से जल्दी स्नान करने की अपील कर रहे थे. वह लाउडस्पीकर से लोगों को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि उठिए और स्नान करिए, ये आपके सुरक्षित रहने के लिए है।

वीडियो में क्या कह रहे हैं कमिश्नर?

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कमिश्नर पंत कह रहे हैं, “सभी श्रद्धालु सुन लें, यहां लेटे रहने से कोई फायदा नहीं है. जो सोबत है सो खोबत है. उठिए, उठिए स्नान करिए और ये आपके सुरक्षित रहने के लिए है. बहुत आएंगे और भगदड़ मचने की संभावना है. आप पहले आ गए हैं तो आपको सबसे पहले अमृत मिल जाना चाहिए. सभी श्रद्धालुओं से करबद्ध निवेदन है. उठें, उठें… सोएं ना..”

कुंभ मेला के DIG ने क्या बताया?

बता दें कि मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान करने आए श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई. जिसके बाद महाकुंभ में भगदड़ मच गई. कुंभ मेला के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया था कि मौनी अमावस्या स्नान के समय ब्रह्म मुहूर्त से पहले रात 1 से 2 बजे के बीच अखाड़े के रास्ते पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिसकी वजह से दूसरी तरफ के बैरिकेड टूट गए।

इस तरफ की भीड़ दूसरी तरफ चली गई और ब्रह्म मुहूर्त का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलने लगी. हालांकि प्रशासन ने तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया और एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया और 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जिनमें से 30 की मौत हो गई।

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